के तुमने मोहब्बत नहीं मेरी आदतें बिगाङी हैं

वो मेरा बेबात ज़िद करना
और तुम्हारा झगङना पर फिर उन्हें मान जाना
मोहब्बत नहीं थी तुम्हारी
पर तुमने मेरी आदतें बिगाङी हैं

सर्द रातों में मेरा बर्फ का गोला खाने का मन होना
और तुम्हारा मुझे बातों में उल्झा प्यार से सुला देना
मोहब्बत नहीं थी तुम्हारी
पर तुमने मेरी आदतें बिगाङी हैं

मम्मी से वो अक्सर लङ कर मेरा आना
और तुम्हारा झूठ-मूठ का गुस्सा कर मेरा मन बहलाना
मोहब्बत नहीं थी तुम्हारी
पर तुमने मेरी आदतें बिगाङी हैं

उनको याद कर मेरा उदास होना
और तुम्हारा प्यार से मेरा सिर सहलाते हुए खाना खिलाना
मोहब्बत नहीं थी तुम्हारी
पर तुमने मेरी आदतें बिगाङी हैं

आज जब वो मेरी बातों में मतलब खोजता है
तो मेरी सुलझी-उलझी बातों में खुद उलझ सा जाता है
कोशिश पूरी करता है मुझ तक पहुँचने की
पर एक बिगङैल लङकी के मन की रास्ता नहीं खोज पाता
कुछ असफल असहाय महसूस करता है
बेचारा मुझसे मोहब्बत करता है
पर तुमने,
मोहब्बत नहीं थी तुम्हारी
पर तुमने मेरी आदतें बिगाङी हैं

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