उम्र
उम्र, उम्र क्या है?
कुछ नम्बर जो पाए जाते हैं मेरे
वोटर कार्ड पर,
सरकार ने जिन्हें मेरे आधार कार्ड से जोड़ा
है,
राशन कार्ड पर लिख दिया है!
इन्हीं नम्बरों के चलते महीने की
पेंशन मेरे खाते में आती है,
सरकारी हस्पताल में कुछ राहतें मिलती है।
पर ये लोग हैरानी से देखते हैं मेरे
बूढ़े चेहरे को।
और राशन कार्ड पर लिखे नम्बरों को।
मिलाते हैं मेरे चेहरे को इन नम्बरों
से,
और कहते हैं चेहरे पर झुर्रियाँ कुछ
ज़्यादा है!
उम्र की दौड़ में काटें सालों से
झुर्रियाँ कुछ ज़्यादा है!
चलते हुए चरमराती हड्डियाँ
कैलेंडर पर बीते सालों से कुछ
ज़्यादा है!
समझते नहीं है उम्र सिर्फ़ कुछ नम्बर
है।
जो तारीख़ दर तारीख़ बढ़ती है,
कैलेंडर के साथ साल दर साल दौड़ती है।
पर झुर्रियाँ:
झुर्रियाँ दिनों, महीनों और सालों की
मोहताज नहीं है।
वो तो बस यूँ ही बिन बुलाए,
ज़िंदगी के थपेड़ों के साथ चेहरे पर
चिपक जाती है।
उस रात बिटिया के एडमिशन के लिए जब
साहब से दो गालियाँ खाई थी,
तो होंठों के पास उन गालियों की जगह
दो झुर्रियाँ आ गई थी।
बिटिया की अम्माँ ने जब चूल्हे की गीली
लकड़ी पर खाना बनाया,
तो धुआँ आँखों के घेरे में कुछ
झुर्रियाँ छोड़ गया था।
तपती धूप में जब ईंटों को सर पर
लाद सीढ़ियाँ चढ़ी थी,
तो माथे पर कुछ लकीरें खिंच गयी
थी
बस इस तरह ये सब झुर्रियाँ मिली है।
ये झुर्रियाँ चेहरे पर आने के लिए मेरे
जन्मदिन का इंतज़ार नहीं करती।
बस आ जाती है बिन बुलाए
ज़िंदगी की ठोकरों के साथ!
माँ की लाश जब दो गज कफ़न से
ढाँक नहीं पाया था,
तो बेबसी के आँसू जो आँखों में
छुपाए थे वो भी कुछ झुर्रियाँ बन
कर सामने आए।
बारिश में जब बस स्टॉप पर सर
छुपाया था,
तो बूँदे सिर के कई बाल सफ़ेद कर गई
थी।
जून के महीने में जो रिक्शा ढकेला
था,
उसी से सब हड्डियाँ चरमराई थी।
ये बेबसी, बालों की सफ़ेदी, चरमराती
हड्डियाँ
मेरी ज़िंदगी के बीते दिन नहीं देखती!
बस आ जाती है बिन बुलाए
ज़िंदगी की मुसीबतों के साथ।
इन सबका मेरी उम्र से क्या लेना है?
शायद कुछ भी नहीं।
उम्र तो कुछ नम्बर है,
जो पाए जातें हैं मेरे आधार कार्ड पर।
और ये झुर्रियाँ, ये सफ़ेद बाल, चेहरे की
उदासी, आँखों का ख़ालीपन,
ये सब,
ये सब गवाह है;
ज़िंदगी के मेरे तजुर्बों का
उन हालातों का,
जिन्होंने चंद लम्हों में
घड़ियों में,
दिनों में,
सालों का सा बूढ़ा बना दिया मुझे
और लोग कहने लगे बूढ़े लगते हो तुम,
अपनी उम्र से ज़्यादा बूढ़े लगते हो
तुम!
Comments
Post a Comment